नैनीताल और पिथौरागढ़ में हुए दो सड़क हादसों में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ लोग लापता हो गए हैं। धारचूला में चट्टान के मलबे में दबे लापता आठ लोगों का अंधेरा अधिक होने से रेस्क्यू नहीं हो सका।
जानकारी के अनुसार हरियाणा के हिसार से 32 शिक्षकों का दल नैनीताल घूमने पहुंचा था। रविवार शाम को अपना टूर खत्म करने के बाद शिक्षक बस से ही वापस लौटने लगे। नैनीताल से आगे कालाढूंगी रोड पर घटघड़ के समीप पहुंचते ही रात करीब साढ़े छह बजे बस अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाया। जिसके बाद घायलों को कालाढूंगी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। देर रात तक करीब 23 घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया गया था। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा भी देर रात घटनास्थल पर पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि खाई में गिरी बस में 32 लोग सवार थे, जिसमें से 25 को रेस्क्यू कर लिया गया है। ये सभी नैनीताल से हरियाणा के हिसार वापस जा रहे थे। अब तक सात के मरने की सूचना है।
ब्रेक फेल होने से हुआ हादसा
कालाढूंगी के घटघड़ में ब्रेक फेल होने की वजह से दर्दनाक हादसा हुआ। चालक कपिल की मानें तो अचानक बस के ब्रेक का प्रेशर खत्म हो गया। बस की रफ्तार कम करने के लिए उन्होंने गेयर कम कर हैंड ब्रेक लगाना चाहा, लेकिन उसने भी काम नहीं किया। काफी प्रयास के बाद भी अनियंत्रित बस को काबू नहीं कर सके। चालक कपिल हिसार के आर्य नगर स्थित मानव स्कूल के 32 लोगों के दल को लेकर नैनीताल घूमने आए थे।