महाशिवरात्रि पर्व पर इन दिनों नीलकंठ धाम में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। नीलकंठ धाम में दर्शन करने के बाद कुछ शिव भक्त धाम से करीब डेढ़ किमी दूर मां भुवनेश्वरी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। मंदिर परिसर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहन शशि पयाल की फूल प्रसाद की दुकान है। दुकान में बैठी उनकी बहन सामान बेचने के साथ यूपी के चुनाव को लेकर चिंतित हैं। भुवनेश्वरी मंदिर में आने वाले उत्तर प्रदेश के शिव भक्तों से वह विधानसभा चुनाव का रुझान पूछ रही हैं। शिव भक्तों से योगी सरकार की प्रशंसा और तारीफों से वह फूले नहीं समा रही हैं। विधानसभा चुनाव में भाई की जीत के लिए वह मां भुवनेश्वरी से दिन-रात प्रार्थना कर रही हैं।
लक्ष्मणझूला से मात्र 25 किमी दूर ग्राम सभा कोठार गांव है। इस गांव में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहन शशि पयाल रहती हैं। उनके बहन और जीजा अपने घर से मात्र एक किमी की दूरी पर भुवनेश्वरी मंदिर में फूल प्रसाद और अन्य खाद्य सामग्री की दुकान संचालित करते हैं। योगी आदित्यनाथ की बहन शशि पयाल ने बताया कि मां भुवनेश्वरी उनकी ईष्ट देवी हैं। वह इन दिनों उत्तराखंड और यूपी के चुनाव को लेकर चिंतिंत हैं। मन से थोड़ी चिंता मिटाने के लिए वह भुवनेश्वरी मंदिर में आने वाले यूपी के श्रद्धालुओं से यूपी चुनाव का रुझान और योगी सरकार के कार्यों की जानकारी लेती हैं। इस दौरान कई श्रद्धालु योगी सरकार की जमकर प्रशंसा करते हैं। इससे उनकी कुछ आशंकाएं दूर होती हैं। वह दिन-रात मां भुवनेश्वरी से भाई के जीत के लिए प्रार्थना करती हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि यूपी में भाजपा की सरकार बने और उनके भाई के सिर पर दोबारा मुख्यमंत्री का ताज सजे।
करीब दो सप्ताह पहले हुई थी भाई योगी से फोन पर बात

योगी आदित्यनाथ की बहन शशि पयाल ने बताया कि बीती 12 फरवरी को कोटद्वार में आयोजित जनसभा से दो दिन पहले फोन पर उनकी अपने भाई से बात हुई थी। इस दौरान भाई योगी ने उनसे केवल दो टूक शब्दों में कुशलक्षेम पूछा। कहा कि अब हमें भी अपने भाई से बात करने में झिझक सी लगती है। गृहस्थ जीवन होता तो उनके घर परिवार के बारे में पूछते, लेकिन उनका जीवन देश और राष्ट्र के लिए समर्पित हो गया है।
सात भाई बहनों में पांचवें नंबर के हैं योगी
शशि पयाल ने बताया कि उनके परिवार में तीन बहन और चार भाई हैं। दो बहन उनसे बड़ी हैं। उनसे छोटा एक भाई है। भाई के बाद पांचवें नंबर के योगी आदित्यनाथ हैं। उन्होंने बताया कि नीलकंठ क्षेत्र में उनके व्यापार को करीब 30 वर्ष से अधिक का समय बीत गया है। नीलकंठ मंदिर परिसर के पास उनका लॉज भी है, जिसका संचालन उनका बड़ा बेटा करता है। वहीं भुवनेश्वरी मंदिर के पास फूल, प्रसाद और अन्य खाद्य सामग्री की दुकान भी है।
