पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआईटी ने एई-जेई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का भी खुलासा किया है।
एसआईटी के मुताबिक, पटवारी परीक्षा का पेपरलीक करने वाले लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी व उसकी गैंग ने लाखों रुपये वसूलकर इस कारनामे को अंजाम दिया। इस गठजोड़ में चतुर्वेदी के साथ आयोग का एक और अनुभाग अधिकारी व भाजपा का एक पूर्व नेता भी शामिल है। एसआईटी के सदस्य इंस्पेक्टर बीएल भारती ने इस मामले में अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु समेत कुल नौ लोगों के खिलाफ कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इनमें से चतुर्वेदी और उसकी पत्नी समेत कई आरोपी अभी जेल में हैं। शेष की तलाश जारी है।
एक और अनुभाग अधिकारी शामिल एसआईटी का कहना है कि पटवारी पेपर लीक कांड में गिरफ्तार पॉलिटेक्निक शिक्षक राजपाल और निलंबित अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की गैंग ने एई-जेई भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक किया था। इस मामले में लोकसेवा आयोग का ही एक अन्य अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार भी शामिल था। एई-जेई भर्ती परीक्षा के पेपर सेट करने की जिम्मेदारी संजीव कुमार के पास ही थी।
हरिद्वार-लक्सर में सॉल्व कराए पेपर एसआईटी ने हाल में राजपाल की निशानदेही पर एई-जेई भर्ती परीक्षा से जुड़े अहम साक्ष्य बरामद किए थे। इस परीक्षा के अभ्यर्थियों को हरिद्वार स्थित सोसायटी के एक फ्लैट व लक्सर में पेपर सॉल्व कराया गया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, रितु, राजपाल, संजीव दुबे, मनीष एवं अन्य आरोपी अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार, नितिन चौहान पुत्र ब्रह्मपाल निवासी अन्नेकी, सिडकुल, संजय धारीवाल पुत्र एसएस धारीवाल निवासी गांव मोहम्मदपुर जट, मंगलौर, सुनील सैनी पुत्र ज्ञानचंद सैनी निवासी पूर्वावाला लक्सर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नये आरोपी अनुभाग अधिकारी के खिलाफ पूर्व के केस की तरह भ्रष्टाचार अधिनियम में भी कार्रवाई की जाएगी। जांच की जा रही है कि इस परीक्षा में कितने अभ्यर्थियों को पेपर कितने में बेचा गया था?