दून मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। इलाज को दवाएं एवं ऑपरेशन को इंप्लांट के लिए उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। यहां पर एम्स ऋषिकेश की तर्ज पर अमृत फार्मेसी की स्थापना की जाएगी। डिप्टी एमएस डा. एनएस खत्री की पहल पर इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा रहा है। आयुष्मान मरीजों को कोई दिक्कत न हो उसके लिए एक माह की दवाएं एवं इंप्लांट का इंडेन स्टोर को विभागों द्वारा नोडल अफसर के माध्यम से किया जाएगा। उधर, आयुष्मान के तहत डॉक्टरों को मिलने वाला 15 फीसदी प्रोत्साहन राशि अब हर माह मिलेगा। अस्पताल में लाखों रुपये अफसर दबाए बैठे हैं, मंत्री ने इसे लेकर नाराजगी जताई है। वहीं आयुष्मान मरीजों के इलाज को 24 घंटे कार्ड बनाए जाएंगे। हर विभाग अपनी ग्रोथचार्ट हर सप्ताह दीवारों पर लगाएगा। रेफर का रिकार्ड होगा और रेफर की जिम्मेदारी एचओडी और डॉक्टर की होगी। इसके लिए एसओडी और डॉक्टरों को कड़े निर्देश दिए गए हैं और उन्हें पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य करने को कहा गया है। ताकि मरीजों को दिक्कत न हो। मेडिकल कॉलेज की सोशल मीडिया आईडी पर मरीज से वीडियो डलवाना होगा कि उसे क्या इलाज मिला।