अमरनाथ हादसे में 16 श्रद्धालुओं की मौत

जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद कई एजेंसियों का राहत और बचाव अभियान जारी है। कल शाम लगभग साढे पांच बजे पवित्र अमरनाथजी गुफा के पास बादल फटने के कारण कुछ लंगर स्‍थलों में पानी भर गया और तंबू बह गए। बता दें कि इस घटना में 16 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि लगभग 40 से अधिक श्रद्धालु अभी तक लापता बताए जा रहे हैं ।  राष्‍ट्रीय आपदा मोचन बल और अन्य सुरक्षा बल बचाव अभियान में जुटे हैं।

एनडीआरएफ ने हेल्पलाइन नंबर किए जारी

विशेष बातचीत में एनडीआरएफ के डीजीपी अतुल करवाल ने बताया कि विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
खराब मौसम और बादल फटने को देखते हुए एनडीआरएफ ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर हैं- 011-234 38 252 और 011-234 38 253. अमरनाथ श्राइन बोर्ड और कश्मीर डिवीजन ने भी तीर्थयात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर हैं- 0194-231 3149 और 0194-249 6240.

शोक व्यक्त किया

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने अमरनाथ में बादल फटने और बाढ़ से जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने  शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्‍होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया। श्री मोदी ने कहा कि हादसे से प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद दी जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं। उन्‍होंने कहा कि लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि तीर्थयात्रियों की दुखद हादसे में हुई मौत के बारे में जानकर वह बहुत व्यथित हैं।

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