जिला सहकारी बैंक हरिद्वार की प्रबंध समिति ने बैंक भर्ती घपले मामले में नौ कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। सभी कर्मचारियों के प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई। साथ ही तत्कालीन अध्यक्ष से एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है।
रुड़की स्थित मुख्यालय में बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में 2016 में बैंक में नियुक्त किए गए वर्ग-4 के नौ कर्मचारी- नवाजिस, असलम, धर्मेन्द्र, ज्ञानेंद्र, लीना शर्मा, आरती, अंकुश, कुलदीप सैनी और निर्देश को बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया। सहकारी बैंक के तत्कालीन अध्यक्ष सुशील चौधरी से एक हफ्ते में जवाब मांगा गया है। चौधरी वर्तमान में बैंक के डायरेक्टर हैं।
बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने बताया कि वर्ष 2016 में वर्ग-4 की 19 नियुक्तियों में धांधली की शिकायत रुड़की निवासी सुनीता सिंह ने सहकारिता मंत्री से की थी। जांच में नौ कर्मचारियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।