40 साल बाद पैदा हुई बेटी, यूं मनाई खुशी

भले ही समाज आज 21वीं सदी में जी रहा हो, लेकिन कन्या भ्रूण हत्या या नवजात शिशु के परित्याग के मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि, एक वर्ग ऐसा भी है जो परिवार में बेटी के जन्म का इंतजार करता है. ऐसे परिवार पुत्र की अपेक्षा पुत्री के जन्म से अधिक सुखी होते हैं.

गुजरात के सूरत शहर में एक हीरा व्यापारी ने बेटी के जन्म की खुशी भव्य और अनोखे अंदाज में मनाकर समाज को एक अच्छा संदेश दिया. उद्योगपति परिवार ने घर में जन्मी नवजात बेटी को गुलाबी रंग की बस में बैठाकर शहर भ्रमण करवाया. परिवार की मानें तो उनके 40 साल के बाद पहली बार उनके घर में कन्या ने जन्म लिया है.   

शहर के जाने-माने हीरा व्यापारी और समाजसेवी गोविंद ढोलकिया के बेटों में से एक श्रेयांस ढोलकिया की संतानों में दो बेटे पहले से थे, लेकिन घर में बेटी के जन्म लेने का इंतज़ार बेसब्री से था. आख़िर वो घड़ी आ ही गई और श्रेयांस की पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया. बेटी के जन्म से गदगद परिवार ने मिलकर एक आयोजन किया, जिसके तहत सफेद रंग की अपनी बस को गुलाबी रंग करवा दिया और फिर परिवार बेटी को लेकर बस में बैठा और शहर भ्रमण के लिए निकल पड़ा था. 

सूरत शहर की सड़कों पर घूम रही इस गुलाबी बस पर अंग्रेज़ी में it’s a girl भी लिखा और प्रतीकात्मक बेटी का चित्र भी बनाया था. सूरत शहर के कई इलाकों की सड़कों पर घूम रही इस बस में बेटी को भ्रमण करवाकर अनोखे अंदाज में उसका स्वागत किया गया. 

नवजात के पिता श्रेयांस ढोलकिया ने बताया, परिवार ने अपनी इस खुशी को लोगों तक पहुंचाने, बेटी के जन्म का जश्न मनाने के साथ-साथ ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए निजी वैनिटी वैन को एक ही दिन में सफेद से गुलाबी रंग में बदल दिया और लग्जरी बस को सूरत की सड़कों पर घुमाया गया. 

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