रूद्रपुर, : स्थायित एवं सोलर समाधानों को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाते हुए भारत की प्रमुख उर्जा समाधान कंपनी ल्युमिनस पावर टेक्नोलॉजीज़ ने उद्योग जगत में पहली बार उत्तराखण्ड के रूद्रपुर में सोलर पैनल फैक्टरी का उद्घाटन किया। सकारात्मक बदलावों में योगदान देने के प्रयास में कंपनी का यह कदम माननीय प्रधानमंत्री द्वारा ‘पीएम सूर्योदय योजना’ के लॉन्च के दौरान संरेखित सोलर दृष्टिकोण एवं स्थायित्व के उद्देश्यों के अनुरूप है।
सोलर पैनल निर्माण में नई प्रगति से युक्त इस युनिट की आधुनिक टेक्नोलॉजी और बुनियादी सुविधाओं को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि ये अधिकतम प्रभाविता एवं पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव को सुनिश्चित करेगी। लॉन्च के अवसर पर ल्युमिनस के ब्राण्ड अम्बेसडर और क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर; ल्युमिनस पावर टेक्नोलॉजीज़ की सीईओ एवं एमडी प्रीती बजाज तथा ल्युमिनस बोर्ड के चेयरमैन एवं श्नाइडर इलेक्ट्रिक में इंटरनेशनल ऑपरेशन्स के वाईस प्रेज़ीडेन्ट मनीष पंत मौजूद रहे।
सोलर प्लांट का उद्घाटन ल्युमिनस के लिए बड़ी उपलब्धि है, जहां कंपनी ने आध्ुनिक सोलर एनर्जी मैनेजमेन्ट सिस्टम के निर्माण के लिए सोलर, इन्वर्टर और बैटरी कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्ट रेंज के निर्माण के लिए सामरिक फैसले लिए हैं। ल्युमिनस सोलर सोल्युशन्स के सिस्टम में इसका प्रमुख कनेक्ट एक्स ऐप भी इंटीग्रेट किया जाएगा, ताकि उपभोक्ताओं को रियल टाईम में उर्जा की खपत पर जानकारी मिल सकें, वे उर्जा के उत्पादन और इन्वर्टर के परफोर्मेन्स को मॉनिटर कर सकें।
इस अवसर पर मिस प्रीति बजाज, एमडी एवं सीईओ, ल्युमिनस पावर टेक्नोलॉजीज़ ने कहा, ‘‘रूद्रपुर में ग्रीन सोलर पैनल फैक्टरी भारत के शुद्ध शून्य उद्देश्यों में ल्युमिनस की बड़ी भूमिका की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। नई मैनुफैक्चरिंग युनिट में निवेश स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने और कार्बन फुटप्रिन्ट को कम करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सोलर एनर्जी हमारे कारोबार का मुख्य भाग होगी और अगले तीन सालों में विकास को दोगुना करने के हमारे लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देगी। हमारा मानना है कि सोलर एनर्जी ही भविष्य है क्योंकि स्वच्छ उर्जा समाधानों की मांग लगतार बढ़ रही है। ऐसे में हम उर्जा रूपान्तरण की इस यात्रा में अग्रणी कंपनी बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
मनीष पंत, चेयरमैन, ल्युमिनस बोर्ड एवं एक्ज़क्टिव वाईस प्रेज़ीडेन्ट- इंटरनेशनल ऑपरेशन्स, श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने कहा, ‘‘हाल ही के वर्षों में भारत ने सोलर पावर क्षमता के विकास में उल्लेखनीय प्रगति की है। भारत सरकार ने खासतौर पर गेम-चेंजिंग ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ की पेशकश के साथ अग्रणी भूमिका निभाई है, जिसका उद्देश्य एक करोड़ परिवारों को सोलर रूफ-टॉप उपलब्ध कराना है। ल्युमिनस सोलर पीवी पैनल युनिट, आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह फैक्टरी शुद्ध शून्य प्रथाओं एवं स्थायी उर्जा समाधानों को बढ़ावा देने के श्नाइडर एवं ल्युमिनस के साझा लक्ष्य की दिशा में बड़ा कदम है। इस आधुनिक युनिट के साथ ल्युमिनस, भारत के विकसित होते नवीकरणीय उर्जा बाज़ार के मद्देनज़र सोलर कारोबार को गति प्रदान करने की मजबूत स्थिति में है।’
यह उत्तराखण्ड की सबसे बड़ी सोलर पैनल फैक्टरी है, जो 10 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैली है। यह पूरी तरह स्वचालित तथा आधुनिक सोलर मोड्यूल निर्माण तकनीकों से युक्त है। यह देश का पहला प्लांट है जहां भावी मोड्यूल (हेटरोजंक्शन) टेक्नोलॉजी होगी और पूरी तरह से रोबोटिक ऑटोमेशन क्षमता के साथ उच्च गुणवत्ता के मोड्यूल बनाए जाएंगे। 250 मेगवॉट की क्षमता के साथ लॉन्च किए गए इस आधुनिक प्लांट को 1 गीगावॉट तक विस्तारित किया जा सकता है।
इस अवसर पर ल्युमिनस ने ल्युमिनस एक्सपीरिएंस सेंटर और एक्सपीरिएंस ऑन व्हील्स बस का लॉन्च भी किया। एक्सपीरिएंस सेंटर ने ग्रीन सोलर प्लांट एवं सम्पूर्ण निर्माण प्रक्रिया के वर्चुअल टूर का अनुभव प्रदान किया। वहीं एक्सपीरिएंस ऑन व्हील्स बस से सूरज से पावर्ड इलेक्ट्रिक अनुभव तथा ल्युमिनस सोलर पैनल एवं प्रोडक्ट्स से युक्त स्थान को दर्शाया।
ल्युमिनस ने सोलर पैनल प्रोजेक्ट्स में विश्वसनीयता, वैल्यू इंजीनियरिंग और कम्पोनेन्ट क्वालीफिकेशन के लिए दुनिया के सबसे बड़े रीन्यूएबल एनर्जी स्कूलों में से एक युनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत ल्युमिनस नई तकनीकों का मूल्यांकन कर कंपनी की तकनीकी दक्षता को बढ़ाने में योगदान देगी।
यह प्लांट पॉलीक्रिस्टलाईन, मोनोक्रिस्टलाईन, एन-टाईप और टॉपकॉन पैनल्स (मोनोफेशियल एवं बाईफेशियल दोनों- 5 बीबी से 16बीबी तक अडैप्ट करने वाले विकल्पों के साथ) निर्मित करेगा। इन क्षमताओं के साथ ल्युमिनस रिहायशी या कमर्शियल रूफटॉप सोलर पैनल आवश्यताओं के प्रबन्धन में विशेषज्ञ बन गई है। इस साईट में आधुनिक पीवी मोड्यून परफोर्मेन्स क्षमता तथा विश्वसनीयता मूल्यांकन लैब होगी, जिसमे। भविष्य में एनएबीएल मान्यता हासिल करने की क्षमता है।