तो इसलिए हटाई गईं शिक्षा निदेशक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था के सुधार पर उनकी सरकार का विशेष फोकस रहेगा। इसी सिलसिले में सख्त रुख अपनाते हुए धामी सरकार ने आज शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सीमा जौनसारी से उनका यह पदभार छीन लिया है। ईमानदार छवि के अधिकारी राकेश कुमार कुंवर पर भरोसा जताते हुए एक बार फिर उन्हें निदेशक माध्यमिक शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अचानक की गई इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों को निशुल्क टैबलेट वितरण में की गई ढीलाई सीमा जौनसारी की निदेशक माध्यमिक के पद से विदाई की मुख्य वजह बनी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लगातार प्रयास कर रहे हैं। सरकार चाहती है कि छात्र–छात्राओं को शिक्षा से जुड़ी हर जरूरी सुविधा मुहैया करवाई जाए। अपने पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री धामी ने दसवीं और बारहवीं के छात्र–छात्राओं को फ्री टैबलेट वितरित करने की घोषणा की थी। इस योजना को पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतरने के लिए मुख्यमंत्री धामी ने टैबलेट खरीदने के लिए धनराशि डीबीटी के जरिए सीधे पात्र विद्यार्थियों के खाते में डालने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन कई जिलों में यह धनराशि छात्र–छात्राओं के बैंक खाते में सीधे डालने के बजाए प्रधानाचार्य के खाते में डाली गई और फिर छात्रों के खाते में ट्रांसफर की गई, ऐसा होने से योजना को लागू करने में अनावश्यक विलंब हुआ। इसी तरह लापरवाही और ढीलाई के कई मामले थे जिन्हें लेकर मुख्यमंत्री नाराज चल रहे थे। बीती देर शाम मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीमा जौनसारी को निदेशक माध्यमिक शिक्षा के पद से हटा दिया गया। उनके स्थान पर निदेशक अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण आर.के. कुंवर को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। सीमा जौनसारी अब निदेशक अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण का कार्यभार संभालेंगी।

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