उत्तराखंड की प्रसिद्ध महिलायें जिन्होंने उत्तराखंड के इतिहास में अपना नाम दर्ज किया

उत्तराखंड में विभिन्न क्षेत्रों में अनेक महिलाओं ने अपने अपने फ़ील्ड में इतिहास बनाया है आज इसी कड़ी में ऋतु खण्डूड़ी बेंजवाल का नाम भी जुड़ गया है आइए इन लब्ध प्रतिष्ठित महिलाओं के बारे में जानते हैं – जिन्होंने उत्तराखंड के इतिहास में अपना नाम दर्ज किया है।

 कर्णावती- मुगलों से युद्ध किया, उनकी नाक काटी,उनके नाम पर आज देहरादून का करणपुर जगह है। उन्होंने देहरादून में नहरें बनाई। उन्हें नकटी राणी भी कहते थे।

तीलू रौतेली – यह वीरांगना 15 वर्ष की उम्र में रणभूमि रिपोर्ट गई थी 7 साल तक अपने दुश्मन राजाओं को कड़ी चुनौती दी थी।

गौरा देवी- चिपको आन्दोलन की प्रथम सूत्रधार महिला (1986 में प्रथम वृक्ष मित्र पुरुस्कार से सम्मानित)

कमलेंदुमति शाह– उत्तराखण्ड की पहली पद्म भूषण (1958) उत्तराखण्ड की पहली महिला निर्वाचित सांसद (1951) टिहरी गढ़वाल रियासत की महारानी ने तमाम स्कूल खोलें

कुंती देवी वर्मा: उत्तराखंड की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी

विशना देवी: उत्तराखंड की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी

टिंचरी माई : टिंचरी माई का असली नाम दीपा नौटियाल था उन्होंने साठ के दशक में पौड़ी गढ़वाल में टिंचरी शराब का बहुत विरोध किया और उन्होंने शराब की दुकान भी जला दी यह आंदोलन अल्मोड़ा तक फैला। इस प्रकार पहाड़ पर शराब बंदी हुई।

बछेन्द्रीपाल- भारत की प्रथम महिला एवरेस्ट विजेता (1985 में पद्मश्री से सम्मानित) 2019 में पद्म भूषण, 1995 में उत्तर प्रदेश यश भारती पुरस्कार, 1990 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सूचीबद्ध तथा कई नेशनल पुरस्कार, 1986 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित।

गौरा पंत शिवानी: उत्तराखंड की पहली प्रसिद्ध उपन्यासकार, जिन्होंने उपन्यास, कहानी संग्रह, संस्मरण, यात्रा वृतांत ,आत्म कथाएं कई पुस्तकों में लिखी हैं।

हंसा मनराल- द्रोणाचार्य पुरुस्कार से सम्मानित होने वाली प्रथम महिला।

ज्योति राव पाण्डेय– उत्तराखंड की प्रथम आई .ए. एस. महिला

माया टम्टा- भारत की प्रथम महिला मेजर जनरल

चंद्रप्रभा एतवाल – पर्वतारोही को 1981 में नंदादेवी अभियान की सफलता के लिए अर्जुन पुरूस्कार, 1990 में पद्मश्री, 1993 National Adventure Award.

प्रो. सुशीला डोभाल– उत्तराखंड की प्रथम महिला कुलपति (गढ़वाल विश्वविद्यालय)

पद्मश्री बसंती बिष्ट– ऐतिहासिक वीर गाथाओं तथा जागर गायकी में वह उत्तराखंड की एकमात्र महिला गायिका हैं । जिन्हें पद्म पुरस्कार मिला है।

कबूतरी देवी- पिथौरागढ़ जिले की निवासी लोक गायिका लखनऊ और नजीबाबाद आकाशवाणी केन्द्रों 1976 से गाये गीत बहुत लोकप्रिय हुए। उत्तराखंड में पहली स्वर कोकिला के नाम से जानी गई

एकता बिष्ट: उत्तराखंड की पहली महिला क्रिकेटर जिसको राष्ट्रीय सम्मान मिल चुका है

 मधुमिता बिष्ट: उत्तराखण्ड की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी, जिसने नेशनल अवॉर्ड पाये
हैं।

इंदिरा हृदयेश उत्तराखंड राज्य की पहली महिला मंत्री थी, जिन्होंने 2002 में एनडी तिवारी सरकार के शपथ ली।

राज्य लक्ष्मी शाह उत्तराखंड राज्य की पहली लोकसभा सांसद हैं जो तीसरी बार 2019 में टिहरी गढ़वाल से निर्वाचित हुई हैं।

उत्तराखंड के लोक संगीत के संरक्षण और प्रचार के लिए सालों से लगातार काम कर रहीं पहली महिला माधुरी बर्थवाल को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

 ऋतु खण्डूड़ी बेंजवाल आज 26 मार्च 22 को पहली महिला उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं।

शीशपाल गुसाईं

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