जनाधार में कांग्रेस हालांकि रसातल में हो, लेकिन जनता के संपति और भावनाओं से खिलवाड़ में उसका कोई सानी नहीं। कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह जी की चालाकी इस बात की तस्दीक कर रही है। ये साहब खुलेआम जनता की आंखों में धूल झांेक रहे हैं। उन्हें लगता है कि किसी को पता नहीं, लेकिन ऐसा नहीं है, ये पब्लिक है सब जानती है।
यहां एक सवाल उठ रहा है कि कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह का जो आवास यमुना कॉलोनी, ए-2 है वह सरकारी आवास है। उस पर वह किस हैसियत से रह रहे हैं। क्या वो मंत्री हैं, पार्टी सत्ता से कोसों दूर है तो मंत्री तो वो हो नहीं सकते। तो क्या वह नेता प्रतिपक्ष हैं। वो जिम्मेदारी भी कांग्रेस करन माहरा को दी है।
जब यह महाशय उक्त दोनों में से कोई नहीं हैं तो फिर यह यमुना कॉलोनी में ए -/ शासकीय आवास में किस हैसियत से हैं।
कहते हैं चोर चोरी से जाए पर सीनाजोरी ना जाए। प्रीतम जहां रह रहे हैं वहां वह लीगली रह नहीं सकते लेकिन आम जनता की आखों पर परदा डालने के लिए उन्होंने अपनी नाम पट्टिका जो हाल किया है वो आपके सामने है। सच बताने वाली या संदेह पैदा करने वाली जानकारियों को बहुत ही तबीयत से पेंट करके छिपाया है प्रीतम जी ने लेकिन सच सच होता है उसे कैसे छुपाओगे प्रीतम जी।