तमिलनाडु के तंजावुर जिले में एक मंदिर द्वारा आयोजित रथयात्रा के दौरान करंट लगने से 11 लोगों की मौत हो गई। ये लोग एक हाईटेंशन ट्रांसमिशन लाइन के संपर्क में आ गए थे। पुलिस ने बुधवार को बताया कि मृतकों में आठ पुरुष और तीन किशोर शामिल हैं।
इस घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्ति किया है। मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री ने दो लाख और राज्य के मुख्यमंत्री ने पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है।
यह दुखद घटना बुधवार तड़के कलीमेदु के समीप हुई जब अप्पार मंदिर की रथयात्रा निकाली जा रही थी। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रथ को मोड़ा जा रहा था और इस दौरान वह ऊपर से गुजर रहे बिजली के एक तार के संपर्क में आ गया, जिससे रथ में मौजूद लोगों को करंट लग गया।
उन्होंने बताया कि करंट लगने से लोग इधर-उधर गिर गए और रथ पूरी तरह जल गया। एक महिला समेत कुल 17 घायलों को इलाज के लिए तंजावुर राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
प्रभारी मंत्री और अधिकारियों को मौके पर भेजा : स्टालिन ने कहा कि तंजावुर जिला प्रभारी मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी, निर्वाचित प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है। अप्पार मंदिर चेन्नई से लगभग 350 किमी दूर तमिलनाडु के कावेरी डेल्टा क्षेत्र में तंजावुर जिले के मेलवेली गांव के अंतर्गत कालीमेडु में स्थित है।
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