रंग लायेगी धन सिंह रावत की मुहिम: अब प्राइवेट स्कूलों से मुकाबला करेंगे सरकारी विद्यालय

प्राइवेट स्कूलों से मुकाबले के लिए राज्य में बेसिक और जूनियर स्तर पर 148 स्कूल उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में विकसित किए जाएंगे। इन स्कूलों में छात्रों को घर लाने और छोड़ने की व्यवस्था भी होगी। प्रदेश भर में विभिन्न क्षेत्रों में पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित पांच या पांच से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में इन्हें चुना गया है। कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का परस्पर विलय करते हुए इन 148 स्कूलों को शिक्षक, कर्मचारी और शिक्षा के लिए जरूरी संसाधनों के लिहाज से मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाना है। शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने हाल में शिक्षा विभाग को ऐसे स्कूलों का चयन करने के निर्देश दिए थे। बेसिक शिक्षा निदेशक वंदना गर्ब्याल ने प्रदेश के सभी डीईओ-बेसिक को चिह्नित स्कूलों की लिस्ट भेजते हुए दूसरे चरण की प्रक्रिया के लिए रिपोर्ट मांगी है।

 

किमी की परिधि में विकसित किया जायेगा स्कूल

● शिक्षक, स्टाफ, छात्रों को किया जाएगा उत्कृष्ट विद्यालयों में शिफ्ट

● कम छात्र संख्या वाले बेसिक और जूनियर विद्यालय किए चिह्नित

पहली से पांचवीं कक्षा तक के 121 स्कूलों को उत्कृष्ट स्कूल के रूप में चिह्नित किया गया है। इन स्कूलों के बनने से आसपास के 235 स्कूलों को लाभ मिलेगा।

छठी से आठवीं कक्षा तक के 27 स्कूल उत्कृष्ट स्कूल बनने के पात्र पाए गए हैं। इनके बनने से एक से पांच किलोमीटर की परिधि में 34 स्कूलों लाभान्वित होंगे।

यूं होगी पढ़ाई

● प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर हर क्लास के लिए होगा एक पृथक शिक्षक

● कंप्यूटर और डिजिटल बोर्ड का भी किया जाएगा पढ़ाई में इस्तेमाल

● दूर से आने वाले छात्रों को घर से लाने ले जाने की भी होगी व्यवस्था

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