शिक्षा मंत्री ने अफसरों को कार्यप्रणाली दुरुस्त करने की भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि देश में बाल वाटिका कार्यक्रम सबसे पहले उत्तराखंड ने शुरू किया था। पीएमओ और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुद मुझे फोन कर बाल वाटिका को
लेकर मुझसे कुछ जानकारियां मांगीं। मैंने अफसरों से जानकारी मांगी जो मुझे अब तक नहीं मिली। अफसर कामों को लटकाएं नहीं। शिक्षकों की समस्याओं का ब्लाक, जिला, मंडल और राज्य जिस भी स्तर पर समाधान होता है, तत्काल
किया जाए। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग का सोशल मीडिया पेज भी लांच किया। महानिदेशक ने बताया कि इस पेज पर विभागीय गतिविधियां साझा की जाएंगी। साथ ही शिक्षकों द्वारा किए जा रहे नए प्रयोग, स्कूल में सुधार के प्रयासों के वीडियों भी शेयर किए जाएंगे।